लाखो का फ्रीजर बन गया कबाड़ खून के लिए तरस रहे मरीज

 

मुलताई।(राकेश अग्रवाल/अक्षय सोनी) नगर के सरकारी अस्पताल में ब्लड स्टोरेज यूनिट शुरू करने के लिए लगभग दो साल पहले लाखों की लागत का फ्रीजर सरकार द्वारा दिया गया था, लेकिन ब्लड स्टोरेज यूनिट चालू नहीं हो पाई और रखे-रखे फ्रीज कबाड़ में तब्दील हो गया है। हालात यह है कि खराब हो चुके इस फ्रीजर को जिले से आए टैक्निशयन भी नहीं सुधार पा रहे हैं, जिससे ब्लड स्टोरेज यूनिट फिर अधर में लटक गई है।

दुर्दशा के दौर से गुजर रहा सरकारी अस्पताल रेफर केंद्र बनकर रह गया है। अस्पताल की दशा सुधारने के लिए दो साल से जिला स्तर के अधिकारी प्रयास कर रहे हैं, लेकिन अस्पताल के हालत सुधारने का नाम नहीं ले रहे है। नगर के अस्पताल में जल्द ही डायलिसीस यूनिट चालू करने की बात कही जा रही है, लेकिन अभी तक अस्पताल में ब्लड स्टोरेज यूनिट तक चालू नहीं हो पाई है। इस यूनिट को दो साल पहले 2015 में ही चालू हो जाना था, लेकिन अभी तक यह यूनिट अस्तित्व में नहीं आई है। 2015 में लाखों की कीमत का फ्रीजर मुलताई अस्पताल भिजवा दिया गया था, इस फ्रीजर से ही ब्लड स्टोरेज यूनिट प्रारंभ करना था। दो साल बीत जाने के बाद भी अभी तक यूनिट चालू नहीं हो पाई है। जिससे मरीजों को सीधे बैतूल रेफर करना पड़ रहा है। दो साल पहले आया फ्रीज खराब हो गया हैं। फ्रीजर को चालू करने के लिए बैतूल से टैक्निशयन भी आए थे, लेकिन उनसे भी यह फ्रीजर नहीं सुधर पाया। जिससे ब्लड स्टोरेज यूनिट फिर अधर में लटक गई है।

रक्तदान की भी व्यवस्था नहीं

ब्लड स्टोरेज यूनिट के चालू नहीं होने से नगर के सरकारी अस्पताल में रक्तदान भी नहीं हो पाता। जब भी रक्तदान शिविर का आयोजन होता है, बैतूल से फ्रीजर वैन बुलाई जाती है, यदि वैन कहीं व्यस्त हो तो ब्लड डोनेशन नहीं हो पाता है। नगरवासियों का कहना है कि स्वास्थ्य सुविधाओं में नगर बुरी तरह से पिछड़ा हुआ है। अस्पताल में डायलीसिस यूनिट से पहले ब्लड स्टोरेज यूनिट शुरू होना चाहिए, जिससे जरूरत प़ड़ने पर घायलों की जान बचाई जा सकें, लेकिन फ्रीजर खराब होने से यूनिट शुरू नजर नहीं आ रही है।

गंभीर मामलों में नहीं हो रही महिलाओं की एमएलसी

नगर के सरकारी अस्पताल में महिला चिकित्सक नहीं होने से गंभीर मामलों में महिलाओं की एमएलसी नहीं हो पा रही है। जिससे महिलाओं को बैतूल रेफर करना पड़ रहा है। जिससे फरियादी महिलाओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नगर के सरकारी अस्पताल में महिला चिकित्स को अटैच किया गया है, लेकिन वर्कलोड के चलते वह भी बराबर सेवाएं नहीं दे पा रही है, जिससे सभी को परेशानी का सामना करना पडता है।

इनका कहना

फ्रीजर खराब हो गया है, सुधारने के लिए बैतूल से आए टैक्निशयन भी उसे नहीं सुधार पाए। उच्चाधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई है। प्रशांत सेन बीएमओ सरकारी अस्पताल मुलताई।

Source : Agency

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Name: धीरज मिश्रा (संपादक)

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